भारत तुझे फिर नमन करना चाहता हूँ !
सौभाग्य मेरा, जन्मा यहाँ पर
खुशियों का सब तोहफा मिला
हर कदम अपने मन से
तेरे साये में जी रहा,
ऐ महान देश मेरे ,
भारत तुझे फिर नमन करना चाहता हूँ !
सांसों में गर्व है हर पल
तेरी ही वजह से
लहू में स्वाभिमान भी
बस तेरी वजह से
आजाद हूँ मैं,
उड़ रहा अपने परों पे
तेरी बदौलत !
तुझसे ही मैं हूँ हमेशा
दिल में धड़कता तू ही मेरे ,
ऐ महान देश मेरे ,
भारत तुझे फिर नमन करना चाहता हूँ !
--------------- निपुण पाण्डेय "अपूर्ण "
1 टिप्पणियाँ:
चक दे इंडिया....
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