प्रथम .......................
कविता चित्र हैं मन के
कविता दर्पण है भावनाओ का
या फ़िर
कविता कुछ बिखरे भावो को पिरोने का प्रयास है
पर कविता तो बस कविता है ..............................
मुझे एहसास नहीं था की जो मैं यदा कदा लिख पड़ता हूँ वो कविता है
पर मेरे कुछ मित्रो ने कुछ ऐसा कहा
यूँ तो यकीन अब तक नहीं है की ये कविता ही है पर एक प्रयास तो है
इस ब्लॉग में कुछ मन के विचार लिखने की सोच रहा हूँ.................
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