आवारगी
ज़माने के रंज-ओ-ग़म से तआ'रुफ़ कराएं चलो
शहर की फ़ज़ाओं में तुम्हें तरबतर कराएं चलो
मुख़्तलिफ़ ज़बानों की मधुर सरगमें सुनाएं चलो
बच्चे ! तुम्हें आवारगी के सबक़ सिखाएं चलो...
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