सह्याद्रि (मराठी )
चला चला सह्याद्रीच्या कुशी मध्ये,
हि सुंदर डोंगर रांग आणि धबधबे,
ढगांनी झाकलेले ते अभेद्य किल्ले,
क्षणभर विसावा कधी गुहेमध्ये,
खरच चला .. चला सह्याद्रीच्या सुंदर कुशी मध्ये..
----------- निपुण पाण्डेय "अपूर्ण"
हिंदी अनुवाद :
चलो चलो सह्याद्रि की गोद में ,
ये सुन्दर पर्वत श्रंखलायें और झरने ,
बादलों में ढके हुए वो अभेद्य किले ,
क्षण भर कभी गुफा में आराम करो ,
चलो ! चलो सह्याद्रि की सुन्दर गोद में !