tag:blogger.com,1999:blog-5145489844648574581.post3850328379949904674..comments2023-06-24T20:35:05.937+05:30Comments on अपूर्ण: बंद आँखें....Nipun Pandeyhttp://www.blogger.com/profile/16960357101414101878noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5145489844648574581.post-69540857198124534912009-12-06T14:35:23.066+05:302009-12-06T14:35:23.066+05:30किन्तु
मैं परखता हूँ
स्वयं को ,
इन बंद आँखों में ...किन्तु<br />मैं परखता हूँ <br />स्वयं को ,<br />इन बंद आँखों में ...<br />इंसान बंद आँखों से अपने आप को देखता है ....... बहुत ही सच लिखा है ....... प्रभावी और गहरी बात कही है ........दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5145489844648574581.post-28587125470289061872009-12-06T13:57:17.556+05:302009-12-06T13:57:17.556+05:30खुली आँखों से तो
दिखता है सब !
पर इन दिनों
बंद आँख...खुली आँखों से तो<br />दिखता है सब !<br />पर इन दिनों<br />बंद आँखों से<br />देख लेता हूँ<br />कहीं ज्यादा |...tabhi sach dikhta haiरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5145489844648574581.post-47075027340752744282009-12-06T13:49:41.019+05:302009-12-06T13:49:41.019+05:30हाँ सच ही लिखा है आपने कि जो कभी कभी खुली आँखें नह...हाँ सच ही लिखा है आपने कि जो कभी कभी खुली आँखें नहीं देख पाती उन्हें बंद आँखें बहुत आसानी से देख लेती हैं. उस सच से भी बड़े सच को जो खुली आँखों का सच है.अनिल कान्तhttps://www.blogger.com/profile/12193317881098358725noreply@blogger.com